उसका ज़िक्र और फ़िक्र दोनों ही करनी छोड़ दी है मैने आज भी वो यादों में ज़िंदा सिर्फ इसलिए है क्योंकि कुछ लम्हों में ही सही लेकिन मेरी मुस्कुराहट कि वजह हुआ करता था #गुज़रे#पल