दुख की घड़ी चलती है आहिस्ता। न दिखाई दे तब और कोई रास्ता। थाम ज़िंदगी को हौसलों की डोर से, मुश्किल डगर पर रख खुदा से वास्ता।— % & ♥️ दुख की घड़ी ♥️ #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ अपने मित्रों के साथ कोलाब करें। ♥️ कोलाब करने के बाद "Done" काॅमेंट करें।