लोकतंत्र की आखिरी उम्मीद, चौबीस का चुनाव.... क्षेत्रीय दलों ने समझ लिया, इनकी संगत सही नहीं ! एक एक कर कईयों ने, बना लई है दूरी ही !! अकाली, जेडीयू, शिवसेना, कश्मीरी पीडीपी हाल ही के उदाहरण है ! बंगाल, उड़ीसा, आंध्रा, तेलंगाना, चेन्नई, केरला पहले से ही सावध है !! बिहार का आखिरी 'चिराग़' भी अपनों से हाथ मिला रहा ! एक एक करके हर साथी हाथ खींचता जा रहा !! कुछ दल दोनों हाथों में लड्डू के प्रपंच रचते ! कौन सही कौन गलत इसका फर्क़ नहीं समझते !! तोड़ फोड़ कर, सत्ता लोलुपों को लुभाने का नित नया रास रचते ! जनता सब समझती है अब, सत्ताधारी नहीं समझते !! कांग्रेस के दैदीप्यमान नेता ने थाम ली है जनहिती मशाल ! सारे देश का साथ मिल रहा, जनसमर्थन मिल रहा बेमिसाल !! सारे विपक्ष पर सत्ता, नित नई जाँचें चला रही ! कल तक थे साथ तो ठीक, आज खामियां नजर आन लगी !! कांग्रेस की लोकप्रियता से सारा विश्व अचंभित है ! क्षेत्रीय दल भी सत्ता खिसकने के भय से आशंकित है !! सारा विपक्ष समझले चौकस, सत्ता संघर्ष कांटों भरा ही ! मत विभाजन घातक है, मत विभाजित हो न ज़रा भी !! लोकतंत्र की आखिरी उम्मीद है ये चौबीस का चुनाव ! हर कदम फूँक फूँक उठाओ, मिटा के आपसी मनमुटाव !! ईवीएम का एक स्वर में करो विरोध पुरजोर सभी ! जनहित की लौ प्रज्वलित करो हर गांव हर गली !! - आवेश हिंदुस्तानी 11.04.2023 ©Ashok Mangal #AaveshVaani #JanMannKiBaat #loktantra