नीचे धरती ऊपर अम्बर बीच मे हम सब बच्चे नादान पृकृति का हमे दे आंनद सूरज,चंदा तारे हो टिमटिम मेघा,वर्षा बिजली जाए दमक ,दमक भौरे फूलो पर झूले बृक्षों की डाली ,हो मतवाली झुक -झुक जाए डाली- डाली मन मस्त मग्न हो जाये नाचे ऐसे मनमुकुंदा