आज कल गली गलियारों के नेता खुद को प्रधानमंत्री समझते है घर चलाने की औक़ात नही देश चलाने की बात करते है। बात बात पर अकड़ते ऐसे है जैसे संसद हिला देगें घर चले कि औकात नही देश चलाने की बात करते है। ।।राहुल पाण्डेय ।। राज नीति