व्यक्ति जब नशे मे,गुस्से मे,खुशी मे या फिर संघर्ष से घिरा रहता तो, उसके मन के भारी शब्द शायरी या गजल के रुप मे अलकृत होते है ये मन से किसी को आहत नही करना हमारा प्रथम कर्तब्य है ©HEMANT KUMAR #Health dhyan mira sapna ahaana ☁️