Kuch kuch hota hai मोहाबबत तो तुमसे आज भी बहोत करता हु पर कुछ शिकायत है तुमसे तुम जो कभी कभी बेवफा हो जाते हो वो अचछा नही लगता बाते तो बहोत कहनी है तुमसे पर तुम मिलते ही कब हो आज भी तेरे लिये बांहो की जगाह खाली पड़ी है आज भी जहॉ हम बठते थे वो जगाह खाली पड़ी है तुम आकर तो देखो मेरे दिल की जगाह तुमहारे लिये पड़ी है A M Zaidi तेरी मेरी कहानी