मैं उन यादों का एक हिस्सा बन के रह जाऊंगी .... मैं उन बातों का एक किस्सा बन के रह जाऊंगी ...... मैं उन खाबो की एक ख्वाइश बन के रह जाऊंगी ....... मैं उन मुस्कुराहट का एक कारण बन के रह जाऊंगी ........ ना जाने हम मिले ना फिर कहीं, तेरी इबादत का एक हिस्सा बन के रह जाऊंगी ...... हमारा क्या है हम आज हैं कल नहीं मैं इस कविता का का एक किस्सा बन के रह जाऊंगी ...........