रुठे हैं जो कैसे उन्हें मनाया जाये ! भूले हैं जो कैसे उन्हें भूलाया जाये ! कई दिन से ये दिल भरा -भरा सा है ! चलो आज फिर आँखों को रुलाया जाये !! जिसने चाहा कभी दिलो जां से ज्यादा ! यादों में अपनी फिर से उन्हें बसाया जाये !! टूटे हैं ख़्वाब , भरा है दिल ज़ख्मों से ! नम आँखों से फिर मुस्कुराया जाये !! किसी के जाने से ज़िन्दगी रुकती नहीं ! क्यों न "अनु " बीते लम्हों को भूलाया जाये !! #रूठाहुआहै #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi