दिल शगुफ्ता नही चमन में आकर भी। दास्तान-ऐ-काविश किस किस को सुनाएँ।। #हैदर बरेलवी के साथ पार्टी सपेट करें जिसकी शायरी सबसे अच्छी लगेगी उसको हमारी तरफ से टेस्टीमोनियल दिया जाएगा शगुफ़्ता मतलब खिला हुआ काविश मतलब कोशिश, ये दो शब्दो को अपनी शायरी में रख कर बेहतर मिसरा बनाये ,अपनी शायरी को मुकम्मल करें, शर्त अनुसार ,आपक collab on रहना चाहिए और जो शख्स हमारे साथ collab करे तो हमारे कमेंट बॉक्स में done ज़रूर लिखे वरना ,उसका collab नही लिया जाएगा और शायरी बस दो लाइन से ज्यादा नही मानी जायेगी,