भले हो बाहर घुप्प अंधेरा जो मिली एक खिड़की तो हम कर क्या सकते है ? झांक सकते है एक वही किया जा सकता है वही कर रहे है अंधेरा टोह रहे है बाट जोह रहे है उम्मीद की खिड़की से उम्मीद की ज़मी ढूंढ रहे है अंधेरे छटने का इंतजार कर रहे है जो हम कर सकते है वही हम कर रहे हैं कोशिश ही कर सकते है कोशिश ही कर रहे है !! ©मिहिर #खिड़की