बस इतना कहने आई थी - कि दफ़न मेरा जिस्म होगा और तेरा होगा राख। उस खूदा से मिलने दोनों को जाना है, तो क्यूं ना मोहब्बत से जिए आज।। _min #stopcommunialism #unity #peace