हर हर्फ़ शोर मचाता है बाहर आने के लिए बेचैन रहता है शब्द और वाक्य बनाने के लिए दबता नहीं दबाने से अंदर का वो गूंजता शोर ज्यों बादल में कैद बूंदें बेचैन बरस जाने के लिए ।। #बूंदे#हर्फ़#बादल#nojotohindi#कविता#शायरी