गुरूर्ब्रहमा गुरुर्विष्णु गुरुर्देवो महेश्वरः गुरुर्साक्षात परब्रह्मा तस्मै श्री गुरवे नमः!! ये श्लोक गुरु की महत्ता को बताता है ... कोई शिष्य चाहे किसी भी पद पर असिन हो ... उसके लिए गुरु का स्थान सर्वोपरि होता है! इस बारे में गलत अवधारणा प्रस्तुत न करे और गुरु शिष्य महिमा का सम्मान करे!! और ऐसे संस्कारो को गलत न बताये!! और आगे की पीढ़ियों को भी ये संस्कार प्रदान करे!! जय हिन्द!! जय श्री राम!! @pc.hemant.013 --हेमंत लाटा #guru #shishya #nojoto #nojotohindi #best #poetry