"हाँ मुझे हो गया है खुद की ज़िन्दगी से , खुद के किरदार से उल्फ़त की सरज़मी से । "हाँ मुझे प्यार हो गया है दर्द- ए- शहनाई से ,, किनारो से गहराई से खुद की सच्चाई से । "हाँ मुझे प्यार हो गया है मुहब्बत के समुन्दर से ,, राहो से फ़िज़ाओ से पडावों के मन्ज़र से । "हाँ मुझे प्यार हो गया है ज़िन्दगी तेरी अदाओं से ,, कुदरत की वफ़ाओ से पागल मदहोश हवाओ से । "हाँ मुझे प्यार हो गया है अपने जुनून की शिद्दतॊ से ,, दास्ताँ से अपनी और ह़किकत की हकि़कतो से ।। "हाँ मुझे प्यार हो गया है किरदार के अह्सास से ,, आसमा के हर तूल से माइनो के हर साज़ से । "हाँ मुझे प्यार हो गया है बरसात -ए -बेरहम से ,, कागज़ से स्याही से दौड़ती मेरी कलम से । "हाँ मुझे प्यार हो गया है इश्क़ की दीद से , ठॊकरो से ज़खमो से बीते ज़ुलमो अतीत से । "हाँ मुझे प्यार हो गया है इश्क़े बिनाई से, खामोशियों से ,तीरगी से ,अपनी तनहाई से । "हाँ मुझे प्यार हो गया है घटाओ की फ़िक्र से , समुन्दर की हदो से तूफ़ानो के ज़िक्र से । "हाँ मुझे प्यार हो गया है तेरी हरकतो से , जलन से अदावतो से हर एक की नफ़रतो से।। "हाँ मुझे प्यार हो गया है खुले आस्मानो से ,, वफ़ा की शिदद्तो से बेवफ़ाइ के ज़मानो से। "हाँ मुझे प्यार हो गया है टूटे दिल- ए -बज़्म से , ज़खमी से मुसाफ़िरो से लड्खडाते कदम से । "हाँ मुझे प्यार हो गया है बडे बडे सवालो से ,, सपनो की तलाशो से अपने खयालो से ।। "हाँ मुझे प्यार हो गया है सुलगती दर्द- ए- रेत से ,, अपने वतन की हवाओ से अम्बर से परदेस से!! "हाँ मुझे प्यार हो गया है दिल की आवाज से , सुर से, धुन से ,ताल से ,अन्दाज़ से । "हाँ मुझे प्यार हो गया है वक़्त की उडान से , पन्खो की चमक से ,मचलते आस्मान से। "हाँ मुझे प्यार हो गया है चान्द के कदमो से , उंचाई की सिफ़ारिशो से बडे बडे सपनो से । '"हाँ मुझे प्यार हो गया है !!! ""हाँ मुझे प्यार हो गया है... !!!!!! written by haquikat ✍️✍x ©Haquikat 💎 "हाँ मुझे हो गया है खुद की ज़िन्दगी से , खुद के किरदार से उल्फ़त की सरज़मी से । "हाँ मुझे प्यार हो गया है दर्द- ए- शहनाई से ,, किनारो से गहराई से खुद की सच्चाई से । "हाँ मुझे प्यार हो गया है मुहब्बत के समुन्दर से ,, राहो से फ़िज़ाओ से पडावों के मन्ज़र से ।