मिन्नतें माँगी थी मिलने की, अब तक अधूरीं हैं। वफा की तलाश तुम पे खतम्, फिर कैसी मजबूरीं हैं। दिल ये बेकरार सा रहता है, न जाने क्यों ये दूरी है।। Diwan G वफा की तलाश #दूरी #मजबूरी #मिन्नत #वफा #तलाश