हाँ मुझे सादगी पसंद है.. इस भीड़ भरी दुनिया से मुझे दूरी पसंद है.. शोर शराबा नहीं मुझे पहाड़ो के सन्नाटे पसंद है.. समुंदर किनारे बैठे पानी का पैरों को छू जाना पसंद है.. ज़मीन से आती हुई गिली मिट्टी की खुशबू पसंद है.. एक बंद सा कमरा नहीं खुला आसमान पसंद है.. रात में कहीं बैठूं तो तारों के बीच चांद को देखना पसंद है.. हाँ मुझे इस दुनिया की जगमगाहट में सादगी पसंद है....!! ©نیہا #sadagi #sadagi_pasand udass Afzal Khan