इज़हार-ऐ-इश्क़ तो करना आया उसे, निभाना नहीं आया, दिल का हाल तो मैंने समझा दिया, वफ़ा समझाना नहीं आया। वो कहता है कि अब भूल जाऊँ उसे, यूं परेशां ना करुँ, सारी दुनिया ही भुला बैठा हूँ मैं, बस उसे भुलाना नहीं आया। ये बात अलग है कि रोये नहीं हम, बिछड़ने पर उससे कभी, पर बाद बिछड़ने के उससे, मस्ती में पगलाना नहीं आया। वो पल जो कुछ काटे थे हमने, उन सर्द रातों में, लौट कर ज़िन्दगी में फिर वो ज़माना नही आया। मैं अब भी वहीं हूं, जहाँ तू मुझे छोड़ चला था, ना ही आगे बढ़ पाया, और पीछे लौट जाना नहीं आया।।। #8quote #nojoto #ishq #wafa #akash #akashthakur