वो जन्नत की झील थी यारो जो बहती थी उसके पलको से । वो इज़्ज़त की नूर थी जो टिकती उसके होठो पर । वो ठंडी हवा की फिजा थी जो उड़ती थी उसके झुलफो में । वो मूरत थी खुदा की जो बसती थी उसके चेहरे पर । #yqbaba #yqdidi #love #pyar #murat