वो कफ़स है जो खुल के भी आज़ाद नही वो उम्मीद है जो मिल के भी मुकम्मल नही एक तुम से है जो पूरी है और है भी नही वो ना समझ सपने जो तुम से थे वो आज है और है भी नही #umeed #aazad #hai #rahne_do #yqhindi #yqdidi