"वक्त है जनाब बदलता जरूर है " वक़्त किसी के लिए नहीं रुकता, ये किसी के आगे नहीं झुकता! मोहताज कर देता है ये हरेक को अपना, जब इसे लगे कि वो इसकी कद्र नहीं करता! हँसते को रुला दे ये,रोते को हँसा दे ये, वक्त है जनाब कहीं भी फसा दे ये! कीमत समझो इसकी ये महान बना देगा, लोग तरस जाएंगे देखने को तुम्हें, ये ऐसा मुकाम बना देगा! कितना भी थाम लो फिसलता जरूर है, ये वक्त है जनाब बदलता जरूर है। First copied after that a little bit edited...!! #Time