मैं भी खुद को ढूंढ रहा, दुनिया के तानो-बानो में। हिंदी को जागीर बना ली, बहुत बड़े शैतानो ने। हिंदी अबतक दबी पड़ी हैं, इन लोगों के एहसानों में। अब मेरा नाम भी दर्ज करा दो, हिंदी की संतानों में... #Hindi_Ki_santan_hu