Smile आँखो में चमक, जेब में चव्वनी थी। वो नंगे पाँव ही हजारों मील नापती थी।। सो जाती थी थक कर आँखे मुंद लेती थी। नये सवेरा होते ही फिर मुस्कुरा देती थी।। देव देव