*गुरू:- बेटा नरेंद्र, आज इतने खुश क्यो हो?* *नरेंद्र:- गुरुजी, आज मेरी बकरी ने अंडा दिया है।* *गुरुजी:- क्या बकवास है?* *बकरी कैसे अंडा दे सकती है?* *नरेंद्र:- गुरूजी, मैंने अपनी मुर्गी का नाम बकरी रखा है।* *नरेंद्र आज भी ऐसा ही 'नटखट' है।* *उसने "बर्बादी" का नाम "विकास" रखा है।* *हर रोज 'बर्बादी' को 'विकास' बता कर 'खुश' होता है* 😂😆🤣