पानी रहे मर्यादा में तो जीवन है!...वरना है विनाश, वाणी रहे मर्यादा में तो संस्कार!....वरना सर्वनाश। #amरोज़ी_संबरीया कृपया अनुशीर्षक पूर्ण पढ़ें। √आज का विषय है ' मर्यादा ' । √ यह विषय J.P. Pathak जी का है। √ आपको अपनी रचना दो पंक्तियों में लिखनी है।