चाहें जिवन का पथ हो या मुहब्बत की राह हर कदम संभलकर बढ़ाओ हादसों को दावत न दो आंखें खुली रखो और देख कर चलो फर्जी शायर सुप्रभात। आँखें खुली रखो जीवन की पगडंडियाँ आड़ी-तिरछी हैं हादसा होने का ख़तरा हर तरफ़ है। #देखकरचलो #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #hindishayari #hindipoem #hindiwriters #hindimicrotale #hindimicropoetry