धुआँ धुआँ सी कहीं हो न जाये ज़िन्दगी, धुंआ धुंआ सी कहीं हो ना जाये जिन्दगी, सम्भल जाओ इससे पहले की जकड़ ले ये लत तुम्हें, इसकी बन्दिश से निकल जाओ। कोई तुम्हारा इंतजार करता है हर पल तुम्हारे होने से ही न जाने कितनो का धड़कता है दिल न जाने कौन तुम्हें ढुंढ रहा है इस दुनिया में,न जाने किसने तुम्हें बना रखी है अपनी आखिरी मन्जिल। किसीकि तलाश को, किसीके इंतजार को, किसीके प्यार को तुम रुस्वा ना करो अपने लिए ना सही अपनो के लिए तो बदल जाओ धुंआ धुंआ सी कहीं हो ना जाये जिन्दगी,सम्भल जाओ। #smokingkills