हुस्न की मलिका हुस्न की मलिका से कम नहीं लगती कलम हमारी अल्फ़ाजों के ख़जाने की रंगत में डूबी गहरी स्याही चाँदनी सी बिखराते कोरा कागज़ उस चार चाँद लगाते जज़्बातों का कहर, अनगिनत सितारों सी लेखनियाँ है लिखावट के आसमां पर, मगर भाव विभोर की हुस्न की मलिका सी झाँकती हमारी कलमबद्ध की गई अपनी सौन्दर्यता की छटा बिखराती हमारी लेखनी, होती इनकी भी तमन्ना पढ़ें कोई इनकों भी अपनी तारीफ़ को उत्सुक और शायरा तरूणा की वाह-वाही हो, रमज़ान कोरा काग़ज़ 2022 पच्चीसवी-रचना👉हुस्न_की_मलिका #tarunasharma0004 #hindipoetry #trendingquotes #KKRहुस्नकीमलिका #collabwithकोराकाग़ज़ #रमज़ानकोराकाग़ज़ #KKR2022 #कोराकाग़ज़