भावनाएं बिखर सी गई हैं, कायम जज़्बात नही है। मुकाम बेशक है, पर वो बात नही है।। खुशी की छाँव में ग़म दिखाई नही देता। शोर इतना है कि, अब कुछ सुनाई नहीं देता।। ©Thakur Amit Singh #amitsinghsandri ✍️ मेरी कलम 18/11/2023