मुलाकातों के दरमियां, कुछ ऐसी बात हुई की फिर कभी ना मुलाकात हुई निकले तो दोनों थे, खाबों के सफर पर, पर उनके हिस्से दिन, और हमारे हिस्से रात हुई।। ©NonPoetic Poet #alone सत्य