बंगाल की सत्ता पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तीसरी बार कब्जी होने में चुनावी रणनीति प्रश्न किशोर पीके की रणनीति एवं रही है परंतु उनमें पीके की नीतियों पर तृणमूल कांग्रेस में गोरख धंधा शुरू हो गया है ममता के अध्यक्ष को छोड़कर पार्टी के सभी शीर्ष पदों को निर्वस्त्र करना पूरी कामना अपने हाथों में लेनी पड़ी यहां तक कि 8:00 महल पहले ही भतीजे अभिषेक बनर्जी को दी गई पार्टी राष्ट्रपति महासचिव पद समाप्त कर दिया आखिर तुम बोल के लिए पीके ने किस तरह तैयारी कि इसमें जिसमें पार्टी में ऐसा उबाल आ गया जिस पार्टी ने महज 9 माह पहले इतनी बड़ी जीत दर्ज की उसमें ऐसी उठ पाठक क्यों यह प्रश्न है जिसका उत्तर है कि कोई तलाशने की कोशिश में है कुछ ममता अभिषेक के बीच चुनावी रणनीति की वजह से टकराव बता रहा है पीके अभिषेक के खिलाफ तृणमूल में एक बड़ा धक्का विरोधी कह रहा है परंतु घोड़ों का प्रमुख कारण एक व्यक्ति पद नीति मानी जा रही है तो उनके भतीजे में लागू करने वाला चल रहा है दरअसल राष्ट्रीय महासचिव और पार्टी के विस्तार के लिए की जिम्मेदारी संभालने के बाद विशेष रूप से ममता की तृणमूल में नंबर दो नेता माने जाते हैं तृणमूल के शीर्ष नेताओं का एक बड़ा वर्ग यहां तक की खुद ममता भी इस लागू करने के पक्ष में ©Ek villain #पीके की नीति पर तृणमूल में उठापटक #bestfriends