Nojoto: Largest Storytelling Platform

शहर की रात जितनी खूबसूरती से चमकती है, उतनी ही उजा

शहर की रात जितनी खूबसूरती से चमकती है,
उतनी ही उजाले से खुशियाँ बिखेरती है,
कभी वाहन की आवाज़ तो कभी छुक-छुक 
चलती रेलगाड़ी की धुन सुनायी देती है,
रात को छाया हुआ सन्नाटा भी मन को प्रिय लगता है,
मौसम रात का ऐसे सुहावना सा लगता है 
जैसे चाँद भी संग अपने तारों की बारात लिए 
चाँदनी की चमक में ओड़नी लिए देखता है ।

©Shweta Rajak
  #StreetNight
shwetarajak0793

Shweta Rajak

New Creator
streak icon18