मुझे गुमराह करके तुम, सही क्या राह पाओगे। जिसे तुम चाहते हरपल,उसे क्या चाह पाओगे। दगा मुझसे करोगे तो, सुनो तुम याद ये रखना- न सुख से सामना होगा, सदा ही आह पाओगे। #मुक्तक #गुमराह #विश्वासी