जय माता दी गली के कुत्ते की भी अदभुत कहानी होती है रोटी के टुकड़ों के लिए पुछ हिलानी होती है नादान नहीं समझते दया करके कोई टुकडे डाल देता है उसके पीछे अपना समझ कर चलने की बिमारी होती हैं ©M R Mehata कुत्ते