जिंदगी पल-पल न जाने कितने पैकर बदलती रहती है। एक को समझने की कोशिश करो तो दूसरी उलझती है। पैकर #उर्दू की पाठशाला # कोराकाग़ज़ #Collabwithकोराकाग़ज़