कुछ चंद रुपयों की खातिर यह बचपन तबाह है | न जाने कैसे जुल्म की मिलती इन्हें ऐसी सजा है | दर्द इनका हम कैसे कहें इस तर्क पर हम खुद से ही खफा हैं| देखकर फेर लेती होगी दुनिया इनकी शक्ल | बर हाल हाल यह देश का बहुत ही बुरा है | कुछ चंद रुपयों की खातिर यह बचपन तबाह है| *Priyank* Pc: google #sad #martyrsday #army #country #bhookh #hungrytonight