दुकान बेच देंगे, मकान बेच देंगे। बेचने वाले, हर सामान बेच देंगे। कुर्सी के वास्ते धर्म क्या चीज है, ये लोग तो अपना ईमान बेच देंगे। टुकड़े करने की बात जो करते हैं उन्हें देख लो, सत्ता में जो आए तो ये हिन्दुस्तान बेच देंगे। जाति धर्म पर जो करते हैं राजनीति, इनका बस चले तो ये इन्सान बेच देंगे।