जहां शांति अहिंसा पग पग था, आज लहूलुहान सड़क है, जहां गांधीगिरी चलती थी गलियों में, अब दादागिरी कि हलचल है, कभी किसी मुद्दे पर सब एक होते थे, अब सबके अपने मुद्दे होते है, कल और आज में फर्क आ गया है, जो कल था वो अब मंज़र बदल गया है। कहीं अन्ना की हुंकार सुनाई देती है, कभी कन्हैया की गर्जन होती है, कहीं विश्वास की सब धुन सुनते है, कभी नागरिकता की जयजय कर होती है, कश्मीर मुद्दे का कोई हल नहीं निकलता है, सरकार जाने कहां सोती है, पूरा शहर देखो कैसे थम गया है, जो पहले का था वो मंज़र बदल गया है। मंज़र बदल गया है, या आँखें बदल गई हैं। #मंज़रबदलगयाहै #collab #yqdidi #yourquoteandmine Collaborating with YourQuote Didi #yqbhaskar