काली अँधेरी रातों में, बूँद बूँद टपकती बरसातों में बादलों की गड़गड़ाहटों में , सन्नाटे के शोर में मुझे तुम याद आते हो,, फूलों की खुशबु में, जुगनू की रौशनी में रिम झिम बरसती बारिश में, मुझे तुम याद आते हो,, हर भीड़ के सन्नाटों में, हर शाम के साये में दिल की बढती उदासी में, मुझे तुम याद आते हो,, मेरे होने में,मेरे न होने में मेरे जीने में, मेरे न जीने dमें तुम्हे साथ पाते हैं, जब तुम याद आते हो,, मेरी बातों में,मेरी यादों में तुम्हे साथ पते हैं, जब तुम याद आते हो,, तेरे साथ होने में,खुद को हम पाते हैं तुझसे दूर होने में,खुदसे रूठ जाते हैं जब तुम याद आते हो,, शामें रंगीन हो जाती है,हर शै खूबसूरत लगती है इस दिल की धड़कन बढ़ जाती है जब तुम याद आते हो,, वक्त थम सा जाता है, इन्तिज़ार मुश्किल हो जाता है जब तुम याद आते हो हाँ, तुम याद आते हो.. - शाइस्ता अंसारी ©Shaista Ansari #MujheTumYaadAateHo