तलब लिखता हूं, अजब लिखता हूं मैं आशिक ए मिजाजी सबब लिखता हूं पर जो भी लिखता हूं, सब फीका है वो खयालों में होती है तो गजब लिखता हूं । प्यार लिखता हूं, करार लिखता हूं मैं पायलों की छन छन छनकार लिखता हूं पर जो भी लिखता हूं, सब फीका है वो ख़यालो में हो तो दमदार लिखता हूं। #NojotoHindi #PoetryOnline #नूरी #कविता #शायरी #अनुभव #विचार