उम्र ही तालीम और तज़ुर्बे ही उसका इल्म है वो दुनिया को समझ पाता है ये क्या कम है भटकते देखें अमीर ओ उमरा धीर ने यहाँ हैं वो ख़ुद में ठीक से रह पाता है ये क्या कम है . इल्म