लगाकर जयकारा मेरे नाम की.. हो रहे काम किसी गुमनाम की.. मैं तो बस मोहरा हूँ सरेआम की.. अब आदत भी हो गई बदनाम की.. ©Laddu ki lekhani Er.S.P Yadav #Cityscape