नारायण कहते हैं- त्याग दो महादेव ने कहा- त्याग दो भगवान रामचंद्र ने समझाया- त्याग दो भगवान कृष्ण ने उपदेश दिया- त्याग दो अनुभवों ने सिखाया- त्याग दो इसलिए मैंने भी त्याग दिया- आशा रखना, नाराजगी जाहिर करना, लड़ना, रूठना, मनाना, और हाँ प्रेम में उम्मीद करना त्याग दिया मैंने एक दिन ये संसार भी तो त्यागना ही हैं, ©Neelam jangra #tyag hi jeevan h