यहाॅं नेताओं को प्यारे बस पद और पैसे हैं, हज़ारों प्रहरियों के ज़िंदादिली के किस्से हैं, इस भारत के राजदुलारों की पड़ी किसे है? और देशहेतु जान गवाना भी उनके हिस्से है। उनके हाथों में बागड़ोर है तो देश भी बेच देंगे, ये नेताओं का अलग किस्म का वसवसा है, जो असल देशप्रेमी हैं वो सरहद पर कफन में, और भ्रष्ट लोगों का यहाॅं पूरा मजमा बसा है। क्या केवल ये तुलना ही बेतुकी है? ये सोच नही? आगे दस लोग वर्दी में खड़ें हैं साधारण नेता के, सैनिक परिवारों को कोई अधिक सुरक्षा नहीं, नाइंसाफी नही हुई क्या एक वर्दी के प्रणेता से। झूठे बिलखते चेहरे बना, मतों की शैय्या पर सोते हैं, शून्य से शिखर, सरकार सा तापमान का शोषण हैं, रोज़ नई दावतों में शिरकतें फिर भी घूस के भूखे हैं, सुखी रोटियों में जवानी बिती कहाॅं इसका विश्लेषण? Day 3 #kkhkh2021 #होली2021 #होलीकेहमजोली #collabwithकोराकागज #विशेषप्रतियोगिता #yqdidi