Nojoto: Largest Storytelling Platform

आया है बसंत छटा निखरी अब वृक्ष, पुहुप और जीवन की,

आया है बसंत

छटा निखरी अब वृक्ष, पुहुप और जीवन की, 
छाई अद्भुत बेला ये मुस्काई जो धरती मन की, 
धीरज धर सुर खोजे जो अब आए हैं बनके लय, 
अंबर हुआ प्रसन्न मेरा स्मृति पाई है जो धन की। #yqdidi #yqhindi #yqpoetry #collab #वसंतपंचमी #ऋतुराज
आया है बसंत

छटा निखरी अब वृक्ष, पुहुप और जीवन की, 
छाई अद्भुत बेला ये मुस्काई जो धरती मन की, 
धीरज धर सुर खोजे जो अब आए हैं बनके लय, 
अंबर हुआ प्रसन्न मेरा स्मृति पाई है जो धन की। #yqdidi #yqhindi #yqpoetry #collab #वसंतपंचमी #ऋतुराज