भोली थी, बड़बोली थी, वीरों ने जंग जब खोली थी.. अंग्रेज़ो की कमर तोड़ती, क्रांति-कारियों की वो टोली थी.. सीने पे खायी गोली थी, पर हिम्मत कभी नहीं छोड़ी थी.. अंग्रेज़ो को औकात दिखती, भगत-सुखदेव की जोड़ी थी.. राजगुरु ने भेष बदल, आँखों में धुल जब झोंकी थी.. अंग्रेजी उच्च न्यायालय में जाके, खेली बारूद की होली थी.. फिर खुद का आत्म-समर्पण कर, लेहर जो आज़ादी की घोली थी.. जिस दिन चढ़े वो फ़ासी पे, चमकती आँखों से, माँ भी उनकी रो ली थी.. यारो! माँ भी उनकी रो ली थी, ऐसी तीनों की टोली थी, ऐसी तीनों की टोली थी। #Martyrs #BhagatSingh #Rajguru #Sukhdev #23rdMarch #Saheed #independence #firstfight #respect #salute #YQBaba #YQDidi #VividVarun #SpreadSmiles #RespectWomen © vividvarun