**दो शब्द** तुम समझ नहीं सकते तकलीफ मेरी ...!! आंखो के सामने पलट गए सारे अपने मेरे ..!! लोग कहते हैं जिंदगी दुबारा नहीं मिलेगी..!! चाहिए भी नहीं ऐसी जिंदगी जिसे जीने के ..!! लिए हर रोज़ तड़पना और गिड़गिड़ाना पड़े..!! ख्वाइस ए जिन्दगी अब यह है की यू ही गुजर जाऊं किसी शाम की तरह कतरा कतरा!! ©मुखौटा A HIDDEN FEELINGS * अंकूर * **दो शब्द** तुम समझ नहीं सकते तकलीफ मेरी ...!! आंखो के सामने पलट गए सारे अपने मेरे ..!! लोग कहते हैं जिंदगी दुबारा नहीं मिलेगी..!! चाहिए भी नहीं ऐसी जिंदगी जिसे जीने के ..!! लिए हर रोज़ तड़पना और गिड़गिड़ाना पड़े..!!