वफाए मेरी याद करोगे, तन्हाई में मुझको तलाश करोगे, कर चले हम तेरी दुनिया से अलविदा, मांगोगे दुआँओ में हमें, खुदा से फरियाद करोगे, जो दर और दीवारो से टकराएगी तुम्हारी नजर, तो मेरी कमी का एहसास करोगे, जो कभी छोड़ दी खुली किताबें तुमने, तो लफ्ज़ो से मेरी आवाज़ सुनोगे। Writer Saqib Khan #वफाएँ