मैं कांटों के शहर में रहता हूँ, फिर भी है इन पे प्यार मेरा| फूल फिजाओ में बनकर महकता हूँ, बस यही है व्यापार मेरा|| @चंचल चमन ©Goswami Pintu Giri मैं कांटों के शहर में