बदले हमारे मिजाज कुछ इस तरह महफ़िल में की अकेले रोना भी सज़ा बन गया नही सुना सके इस दिल की दास्तां किसी को क्यूँकि हँसना हमारा मिजाज़ बन गया। #yqbaba #yqdidi #yqtales #midnightthoughts #मिजाज़ #yqhindi